संयोजक किसे कहते हैं? संयोजक के प्रकार उदाहरण सहित?
संयोजक (Conjunction) वे शब्द या शब्द समूह होते हैं जो वाक्य के विभिन्न भागों, वाक्यांशों या शब्दों को जोड़ने का कार्य करते हैं। हिंदी में संयोजक शब्दों का उपयोग वाक्य के अर्थ को स्पष्ट और सुगम बनाने के लिए किया जाता है।
संयोजक के प्रकार और उदाहरण
1. समुच्चय बोधक संयोजक(Coordinating Conjunctions):
- ये संयोजक समान स्तर के शब्द, वाक्यांश या वाक्यों को जोड़ते हैं।
- उदाहरण:
- और: राम और श्याम स्कूल गए।
- या: तुम चाय पियोगे या कॉफी?
- किन्तु/परन्तु: मैं वहाँ जाना चाहता था, किन्तु समय नहीं मिला।
- लेकिन: वह पढ़ना चाहता है, लेकिन समय नहीं है।
- अथवा: परीक्षा दो अथवा नौकरी करो।
2. विस्मयादिबोधक संयोजक (Interjectional Conjunctions):
- ये संयोजक शब्द वाक्य में विस्मय, खुशी, दुख आदि भावनाओं को व्यक्त करने के लिए उपयोग होते हैं।
- उदाहरण:
- अहा!: अहा! कितना सुन्दर दृश्य है।
- अरे!: अरे! तुम यहाँ कैसे?
3. विस्मयादिबोधक (Subordinating Conjunctions):
- ये संयोजक मुख्य वाक्य और उसके आश्रित वाक्य को जोड़ते हैं।
- उदाहरण:
- क्योंकि: मैं घर पर नहीं आया क्योंकि मुझे काम था।
- यदि: यदि वह आएगा, तो मैं भी आऊंगा।
- जब: जब वह आया, तब मैंने उसे देखा।
- जैसे ही: जैसे ही बारिश रुकी, हम बाहर निकले।
- ताकि: वह मेहनत करता है ताकि वह सफल हो सके।
4. अधिकरण बोधक संयोजक (Correlative Conjunctions):
- ये संयोजक शब्द युग्म के रूप में आते हैं और वाक्य के विभिन्न भागों को एक दूसरे से संबंधित करते हैं।
- उदाहरण:
- न...न: न वह पढ़ रहा है, न वह खेल रहा है।
- या...या: या तो तुम पढ़ाई करो, या खेलो।
- जब...तब: जब वह बोलता है, तब सब चुप रहते हैं।
- जैसा...वैसा: जैसा तुम सोचते हो, वैसा ही होता है।
सारांश:
संयोजक वे शब्द होते हैं जो वाक्य के विभिन्न अंगों को जोड़ने का कार्य करते हैं, जिससे वाक्य का अर्थ स्पष्ट और सुगम बनता है। इनका सही उपयोग वाक्य की संरचना और अर्थ को प्रभावी बनाता है।